ऑटिज्म एक जेनेटिक डिसऑर्डर है, जो जन्म के साथ बच्चों में देखने को मिलता है। यह बच्चों के बिहेवियर, ग्रोथ, बात करने के तौर तरीकों को प्रभावित करता है। हालांकि, यह कोई जानलेवा बीमारी नहीं है, यह बच्चों के मस्तिष्क से जुड़ी समस्या है। ऑटिज्म का कोई निश्चित इलाज नहीं है, परंतु सही समय पर इसका पता चलने से समस्या का उचित समाधान किया जा सकता है। वहीं प्रेगनेंसी के दौरान उचित देखभाल कर इसे प्रिवेंट किया जा सकता है।
इसके प्रति लोगों को अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। इस विषय पर जरूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्थ शॉट्स ने बीएलके मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दिल्ली में एसोसिएट डायरेक्टर, न्यूरोलॉजी और हेड, न्यूरोवास्कुलर इंटरवेंशन, सेंटर फॉर न्यूरोसाइंसेज डॉ विनीत बंगा से सलाह ली। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।