एन.एच.एस अस्पताल, जालंधर ने हाल ही में स्विट्ज़रलैंड के प्रसिद्ध जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. हैको ग्राइचन का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह दौरा अस्पताल में रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
अपने दौरे के दौरान डॉ. ग्राइचन ने एन.एच.एस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग के प्रमुख और निदेशक डॉ. शुभांग अग्रवाल से मुलाकात की। डॉ. अग्रवाल रोबोटिक घुटना और कूल्हा प्रत्यारोपण सर्जरी में विशेषज्ञता रखते हैं और एक अंतरराष्ट्रीय ट्रेनर के रूप में भी प्रतिष्ठित हैं। इस अवसर पर दोनों विशेषज्ञों ने मिलकर रोबोटिक सर्जरी की नवीनतम अंतरराष्ट्रीय तकनीकों, उन्नत तरीकों और अपने व्यावसायिक अनुभवों पर गहन चर्चा की।
डॉ. हीको ग्राइचन ने कहा
डॉ. ग्राइचन, जिन्होंने हजारों सफल जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की हैं, ने एन.एच.एस अस्पताल की आधुनिक सुविधाओं की सराहना की और डॉ. अग्रवाल द्वारा रोबोटिक्स के क्षेत्र में किए जा रहे रिसर्च के प्रति उनकी लगन और समर्पण की भी प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. शुभांग ने भारत में आधुनिक रोबोटिक सर्जरी को आम लोगों तक पहुँचाने में एक अहम भूमिका निभाई है।”
उन्होंने कहा-
“यह देखकर प्रेरणा मिलती है कि डॉ. अग्रवाल के नेतृत्व में एन.एच.एस अस्पताल में रोबोट की मदद से जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी कितने बड़े स्तर पर और कितनी सटीकता के साथ की जा रही हैं। ऑर्थोपेडिक्स का भविष्य तकनीक-आधारित सही तरीकों पर निर्भर करेगा, और ऐसे सेंटर ही नई मिसाल कायम कर रहे हैं।”
इस अवसर पर डॉ. शुभांग अग्रवाल ने कहा
डॉ. ग्राइचन का एन.एच.एस अस्पताल में स्वागत करना हमारे लिए सम्मान की बात है। रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट को लेकर उनकी समझ बेहद मूल्यवान है। हमारा मकसद है कि मरीजों को सिर्फ इलाज ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में उपलब्ध सबसे आधुनिक, सुरक्षित और जल्दी ठीक होने वाले समाधान प्रदान किए जाएं।”
यह दौरा साबित करता है कि एन. एच.एस अस्पताल रोबोटिक ऑर्थोपेडिक्स में एक बेहतरीन सेंटर बन गया है, जो दुनिया के अनुभव और तकनीक को यहां के मरीजों तक आसानी से पहुंचा रहा है।